संघर्ष ही जीवन है – एकता, शिक्षा और आत्मविकास का संदेश
इस ग्रुप में हम सबका उद्देश्य केवल एक-दूसरे से जुड़ना नहीं, बल्कि अपने भीतर की अच्छाइयों को पहचानकर, आपसी लड़ाई-झगड़ों और बुराइयों को त्यागकर, एक सकारात्मक समाज की ओर कदम बढ़ाना है।
हम यह समझते हैं कि जब तक हम स्वयं शिक्षित नहीं होंगे, तब तक हम समाज को न तो ज्ञान दे सकते हैं और न ही सही मायनों में ज्ञान प्राप्त कर सकते हैं। इस ग्रुप के माध्यम से हम सभी को बहुत कुछ सीखने का अवसर मिलेगा — जैसे:
हम क्या बोलते हैं और क्या बोलना चाहिए।
हम क्या कर रहे हैं और वास्तव में क्या करना चाहिए।
हम दूसरों के बारे में क्या सोचते हैं और हमारे बारे में लोग क्या सोचते हैं।
हमारी इस ग्रुप में क्या भूमिका है और हम ऐसा क्या करें कि हमारी उपयोगिता और भी अधिक बढ़े।
लिखने को बहुत कुछ है, लेकिन सबसे बड़ी बात यह है कि इस ग्रुप में आप सभी बहुत अच्छे हैं। आपसे कुछ न कुछ सीखने को जरूर मिलेगा, और शायद मुझसे भी आपको कुछ सीखने को मिले — यही आपसी सीख और समझदारी हमें एक बेहतर इंसान और समाज का हिस्सा बनाती है।
जब हम एकजुट होकर आगे बढ़ते हैं, तो न केवल हमारा व्यक्तिगत विकास होता है, बल्कि हमारा समाज और देश भी तरक्की की राह पर चलता है।
संघर्ष ही जीवन है।
जीवन को यदि सही ढंग से जीना है तो संघर्ष से डरना नहीं, उसका सामना करना होगा — चाहे वो जीवन का कोई भी क्षेत्र क्यों न हो।
आइए, इस ग्रुप को केवल एक चर्चा का माध्यम न बनाकर, इसे सीखने, सिखाने और आत्मविकास का एक सशक्त प्लेटफॉर्म बनाएं।
जय हिंद। जय समाज।